उत्तर प्रदेश के संभल में होली के चलते 10 मस्जिदों को तिरपाल और पन्नी से ढक दिया गया है। इसमें विवादित जामा मस्जिद भी शामिल है। ये मस्जिदें होली के जुलूस वाले रास्ते में पड़ती हैं। शुक्रवार सुबह से रंग और गुलाल खेली जाएगी, इसे लेकर प्रशासन ने दोनों समुदाय के साथ बैठक कर यह निर्णय लिया है।
तीन साल पहले शुरू हुई यह परंपरा
संभल में मस्जिदों को ढकने की यह परंपरा तीन साल पहले 2022 में शुरू हुई थी, जब होली के दौरान मस्जिद पर रंग पड़ने की घटना सामने आई थी। तब यह लदनियां मस्जिद से ढकने की परंपरा शुरू हुई थी। इसके बाद से प्रशासन हर साल इस तरह की सावधानी बरतता आ रहा है, ताकि किसी भी प्रकार का सांप्रदायिक तनाव न पैदा हो।
2024 में हिंसा में हुई थी चार की मौत
पिछले साल 24 नवंबर 2024 को शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान पुलिस टीम पर मुस्लिम समुदाय के लोग भड़क गए। भड़की इस हिंसा में चार लोगों की मौत हुई थी, जबकि 29 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। इस घटना के बाद जिले में सुरक्षा को लेकर प्रशासन और अधिक सतर्क हो गया। इस बार भी किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं।
संभल के एएसपी श्रीश चंद्र ने बताया कि संभल नगरी क्षेत्र में होली का जुलूस परंपरागत मार्ग से निकलेगा। इस मार्ग में कुछ धार्मिक स्थल पड़ते हैं, जिन्हें दोनों पक्षों से वार्ता के बाद ढकने का निर्णय लिया गया है, ताकि किसी की भावनाएं आहत न हों और सांप्रदायिक सौहार्द बना रहे।
प्रशासन अलर्ट मोड में
संभल में इस बार भी पुलिस और प्रशासन अलर्ट मोड में है। जिले में सुरक्षा के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। ड्रोन कैमरों और सीसीटीवी की मदद से संवेदनशील क्षेत्रों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि किसी भी हालात से निपटने के लिए सुरक्षा बलों को तैयार रखा गया है।
प्रशासन ने स्थानीय नागरिकों और धार्मिक संगठनों से शांति बनाए रखने की अपील की है। पुलिस का कहना है कि अगर कोई व्यक्ति अफवाह फैलाने या माहौल बिगाड़ने की कोशिश करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।