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9 महीने बाद सुनीता विलियम्स की होगी घर वापसी; जानिए वापसी में देरी की वजह, चुनौतियां और रॉकेट के बारे में

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भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर की पृथ्वी पर वापसी का समय करीब आ गया है। बीते नौ महीनों से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) में मौजूद ये दोनों अंतरिक्ष यात्री जल्द ही धरती पर लौटेंगे। उनकी यह वापसी एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स (SpaceX) की मदद से की जा रही है।

फ्लॉरिडा के केनडी स्पेस सेंटर से SpaceX का रॉकेट फॉल्कन 9 उन्हें लेने भारतीय समयानुसार शनिवार सुबह 4:30 बजे रवाना हुआ।
फ्लॉरिडा के केनडी स्पेस सेंटर से SpaceX का रॉकेट फॉल्कन 9 उन्हें लेने भारतीय समयानुसार शनिवार सुबह 4:30 बजे रवाना हुआ।
19-20 मार्च को हो सकती है वापसी

स्पेसएक्स का फाल्कन-9 रॉकेट शनिवार सुबह 4:30 बजे केनेडी स्पेस सेंटर से रवाना हुआ। इस मिशन के तहत क्रू-10 नामक टीम को अंतरिक्ष में भेजा गया है, जो ISS पर मौजूद क्रू-9 के सदस्यों की जगह लेगी। नए चार अंतरिक्ष यात्रियों के ISS पर पहुंचने के बाद, सुनीता विलियम्स, बुच विल्मोर और उनके दो अन्य साथियों को 19-20 मार्च के बीच धरती पर वापस लाया जाएगा।

अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर
अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर
कैसे ISS में फंसे रहे सुनीता और बुच?

5 जून 2024 को बोइंग स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट के जरिए सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन(ISS) भेजा गया था। यह बोइंग स्टारलाइनर की पहली क्रू उड़ान थी और योजना के अनुसार, दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को 8 दिन के भीतर वापस लौटना था।

लेकिन मिशन के दौरान तकनीकी खराबी आने के कारण स्टारलाइनर के हीलियम लीक और वेग में कमी के कारण यह वापसी करने में असमर्थ हो गया। इसके चलते सुनीता और बुच को 9 महीने तक ISS में ही रुकना पड़ा। बाद में यह निर्णय लिया गया कि उन्हें वापस लाने के लिए स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट का इस्तेमाल किया जाएगा। और उस दौरान स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट खाली ही पृथ्वी पर वापस लौटा।

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वापसी के बाद अंतरिक्ष यात्री को होंगी चुनौतियां

NASA के विशेषज्ञों के अनुसार, इतने लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने के बाद, सुनीता और बुच को पृथ्वी की गुरुत्वाकर्षण शक्ति के अनुकूल होने में समय लगेगा। जब कोई अंतरिक्ष यात्री महीनों तक भारहीनता में रहता है, तो उनकी मांसपेशियां और हड्डियां कमजोर पड़ जाती हैं। इससे चलने-फिरने में समस्या हो सकती है। पृथ्वी पर लौटने के बाद दोनों को मेडिकल परीक्षण और पुनर्वास कार्यक्रम से गुजरना होगा, जिससे वे सामान्य जीवन में वापस आ सकें।

कौन लेगा उनकी जगह?
क्रू-9 में ऐनी मैकक्लेन (NASA), निकोल अयर्स (NASA), टकुया ओनिशी (JAXA, जापान), किरिल पेस्कोव (रूस की स्पेस एजेंसी, रोसकॉसमॉस)
क्रू-9 मिशन में इन दोनों की जगह लेंगे ऐनी मैकक्लेन (NASA), निकोल अयर्स (NASA), टकुया ओनिशी (JAXA, जापान), किरिल पेस्कोव (रूस की स्पेस एजेंसी, रोसकॉसमॉस)

ISS में मौजूद क्रू-9 के सदस्यों की जगह लेने के लिए क्रू-10 मिशन के तहत नासा के चार नए अंतरिक्ष यात्री भेजे गए हैं, जिनमें ऐनी मैकक्लेन (NASA), निकोल अयर्स (NASA), टकुया ओनिशी (JAXA, जापान), किरिल पेस्कोव (रूस की स्पेस एजेंसी, रोसकॉसमॉस) इन चारों के स्पेस स्टेशन पर पहुंचने के बाद सुनीता विलियम्स, बुच विल्मोर और क्रू-9 के अन्य दो सदस्यों को वापस लाया जाएगा।

मिशन पर टिकी दुनिया की निगाहें 

स्पेसएक्स का फाल्कन-9 रॉकेट और क्रू ड्रैगन कैप्सूल इस बचाव अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इससे पहले भी स्पेसएक्स ने कई सफल क्रू मिशन पूरे किए हैं। बोइंग के स्टारलाइनर में आई दिक्कतों के चलते स्पेसएक्स को ही इस आपातकालीन वापसी मिशन की जिम्मेदारी दी गई। अब पूरी दुनिया की निगाहें इस मिशन पर टिकी हैं कि सुनीता विलियम्स और उनके साथी सफलतापूर्वक कब और कैसे जल्दी धरती पर लौटेंगे।

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