---Advertisement---

गीता और कृष्ण की कसम खाकर बोले तेजप्रताप यादव- अब कभी नहीं जाएंगे RJD में, महुआ से लड़ेंगे चुनाव

---Advertisement---

लालू परिवार में चल रहे घमासान के बीच लालू यादव के बड़े बेटे और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव ने एक ऐसा बयान दे दिया है जिसने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। परिवार और आरजेडी से निष्कासित होने के बाद तेजप्रताप ने पहली बार खुलकर अपनी राजनीतिक दिशा का ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि गीता और भगवान कृष्ण की कसम खाकर कहते हैं कि अब आरजेडी में कभी नहीं जाएंगे, चाहे कितनी भी बार बुलाया जाए, अब कभी भी RJD में वापसी नहीं करेंगे।

राजनीति का नया रास्ता, महुआ से चुनाव लड़ेंगे

‘’हम गीता और कृष्ण भगवान की कसम खाते हैं कि अब कभी आरजेडी में नहीं जाएंगे।” तेज प्रताप यादव ने यह बयान इंडिया टीवी चैनल से बातचीत के दौरान दिया है। उन्होंने साफ तौर पर स्पष्ट कर दिया है कि अब चाहे कितनी भी बार बुलाया आ जाए, वह आरजेडी में वापसी नहीं करेंगे। तेजप्रताप ने आरजेडी में वापसी के सभी अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि वह अपने फैसले पर कायम हैं और कायम रहेंगे। उन्होंने इंडिया टीवी से बातचीत के दौरान कहा कि हम आपके चैनल के माध्यम से सबसे बड़ा बयान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि गीता और कृष्ण भगवान की कसम खाकर कहते हैं कि अब आरजेडी में कभी भी उनकी वापसी नहीं होगी।

इसके साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि वे अब चुनाव हसनपुर विधानसभा सीट ने नहीं बल्कि महुआ विधानसभा से लड़ेंगे। उन्होंने साफ कर दिया कि यह उनका नया राजनीतिक सफर होगा और अब वे अपने दम पर राजनीति की पारी खेलेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि परिवार से उनके रिश्ते मजबूत हैं, लेकिन राजनैतिक तौर पर उन्होंने नया रास्ता चुना है और वे इसपर अकेले जनता के साथ मिलकर आगे चलेंगे और सामाजिक न्याय की राजनीति करेंगे।

परिवार के लिए इज्जत बरकरार, लेकिन राजनीति अलग

लालू परिवार और आरजेडी से तेजप्रताप को भले ही निकाल दिया गया हो लेकिन उन्होंने कहा कि माता-पिता हमारे भगवान हैं, हम उन्हें अपने दिल में रखते हैं। पार्टी पॉलिटिक्स अपने जगह है, माता-पिता का प्रेम अपने जगह है। उनके लिए परिवार के रिश्ते राजनीति से अलग हैं। यानी साफ है कि सियासी मोर्चे पर अलग राह चुनने के बावजूद दिल से वे लालू-राबड़ी का आदर करते रहेंगे।

यह भी पढ़ें- पिता से लिया 25 लाख कर्ज, फिर पत्नी के खाते में कहां से आए 2.12 करोड़? मंगल पांडेय से प्रशांत किशोर

बहन राहिणी आचार्य और AIMIM को दिया ऑफर

तेजप्रताप ने अपने बयान में कहा है कि टिकट कोई बड़ी बात है, परिवार में क्या माहौल मिला नहीं मिला, एक बार हमसे बात करके देखती। हम अपने संगठन से आगे बढ़ाते। अपने संगठन जनशक्ति जनता दल में हम उनको बड़ा औहदा देते। उनका पैर धोकर पीते।

AIMIM को लेकर उन्होंने कहा कि जब आरजेडी में उनको मान- सम्मान नहीं मिल रहा है तो उनको इधर आ जाना चाहिए। कहा कि जब जहां मान-सम्मान ही न मिले वहां जाने से कोई फायदा है। तेजप्रताप ने कहा कि जनशक्ति जनता दल का दरवाजा सबके लिए खुला है जिसको आना है, जब भी आना है, ये दरवाजा हमेशा खुला है। उन्होंने कहा कि सभी पार्टियों को यह ऑफर है जो भी पार्टी आने चाहे वह इधर जनशक्ति जनता दल में आ सकते हैं।

तेजस्वी को दी नसीहत

बिहार अधिकार यात्रा में तेजस्वी को कलम फेंकने को लेकर तेजप्रताप ने कहा कि हम अपने छोटे भाई को बड़े होने के नाते यही सीख देना चाहेंगे कि कलम को कभी फेंका नहीं जाता है, कलम की पूजा की जाता है। मां सरस्वती की पूजा की जाती है, कलम और दवात की पूजा करते हैं। कलम को कभी भी सम्मान के साथ दिया जाता है न कि फेंक कर। जनता को कोई भी दिया जाता है तो फेंककर नहीं देना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो भी तेजस्वी को ये सब सीखा रहा है उसके चक्कर में मत पड़े। बड़ा भाई जो तुम्हें सीखा रहा है उसके पीछे लगो और बढ़िया चीज को सीखो।

तेजप्रताप के इस बयान ने बिहार की राजनीति में नया मोड़ ला दिया है। लालू परिवार की आंतरिक खींचतान अब सीधे चुनावी मैदान तक पहुंच चुकी है। एक तरफ रोहिणी आचार्य सिंगापुर लौट चुकी हैं, वहीं तेजप्रताप अब महुआ से नई पारी खेलने की तैयारी में जुट गए हैं। इससे स्पष्ट है कि आने वाले चुनाव में महुआ विधानसभा सीट राज्य की सबसे हॉट सीट बनने वाली है।

यह भी पढ़ें- बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी मैट्रिक फेल, हत्या के आरोप में गए जेल; प्रशांत किशोर का बड़ा आरोप

 

Join WhatsApp

Join Now

---Advertisement---

Leave a Comment