दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने रविवार, 5 अक्टूबर को दिल्ली के पीतमपुरा में आयोजित अंतरराज्यीय ब्राह्मण सम्मेलन को संबोधित करके हुए जातिसूचक टिप्पणी का प्रयोग किया। उन्होंने ब्राह्मणों पर बयान देते हुए कहा- “मैं ये समझती हूं कि समाज के निर्माण और ज्ञान के प्रसार में अगर कोई ‘ज्ञान की लौ’ जला रहा है, तो वो हमारा ब्राह्मण समाज है। जो केवल शास्त्रों की पूजा नहीं करता, बल्कि शस्त्र की भी पूजा करते हैं। शस्त्र और शास्त्र मिलकार ही आज समाज और देश की रक्षा कर पा रहे हैं।”
ब्राह्मण समाज के उत्थान को लेकर सरकारें करें कामः रेखा गुप्ता
सीएम रेखा गुप्ता ने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि ज्ञान की लौ को जलाते हुए और धर्म का प्रचार करते हुए और सद्भावना की भावना को जागृत रखते हुए हमेशा ब्राह्माण समाज ने समाज की हित के लिए काम किया है। सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि इसीलिए सरकार चाहे कोई भी हो, हमेशा मैं ये समझती हूं कि ब्राह्मण समाज को भी आगे ले जाने के लिए उनके हित के लिए सरकारों को काम करना चाहिए। मैं तो आपकी बहन के नाते हमेशा ही तैयार हूं। आप लोग अपने सुझाव देते रहिए।
दिल्ली के विकास की रफ्तार बढ़ाने का आह्वान
उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली बीते 27 सालों से धीमी स्पीड से आगे बढ़ रही है। उन्होंने मंच से अपील की कि दिल्ली को ‘विकसित दिल्ली’ बनाने के लिए लोग अपने सुझाव देते रहें। उन्होंने कहा कि “दिल्ली में बहुत बड़ा बैकलॉग पड़ा है समस्याओं का। 27 साल से ऐसे लग रहा है कि दिल्ली थोड़ा हल्के-हल्के चल रही है। अब मौका है कि हम इसका गियर बढ़ाएं और इसको स्पीड में चलाएं। क्योंकि कई बार ऐसा दिखता है कि हमारे आस-पास के राज्य हमसे ज्यादा तरक्की कर गए हैं। अब यदि हम मिलकर सब लोग दिल्ली के हित में, दिल्ली की जनता के हित में काम करेंगे तो निश्चित रूप से दिल्ली भी विकसित दिल्ली के रूप में स्थापित हो पाएगी।
आप विधायक ने बताया जनता की भावनाओं का अपमान
दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता के इस बयान के बाद आदमी पार्टी (AAP) के विधायक संजीव झा ने इसपर आपत्ति जताई और कहा, “आप राजनीति कर सकते हैं, मंच से भाषण दे सकते हैं, बस इतना ही। फिर अगली बार सिर्फ कह दें ‘मुझे विधायक का टिकट दो’… टिकट या किसी और चीज़ की मुझे कोई जानकारी नहीं।”
किसी भी समुदाय के बारे में इस तरह बोलना सिर्फ संवेदनहीन नहीं है, बल्कि जनता की भावनाओं का अपमान भी है।
ज्ञान और धर्म का प्रचार सिर्फ एक समाज तक सीमित नहीं
सीएम रेखा गुप्ता के इस बयान पर सवाल उठता है कि क्या वाकई सिर्फ ब्राह्मण समाज ही ज्ञान की लौ जला रहा है? भारत जैसे विशाल और विविधता से भरे देश में हर समाज, हर वर्ग ने अपनी-अपनी भूमिका निभाई है। शिक्षक ज्ञान और शिक्षा के माध्यम से आने वाली पीढ़ियों का भविष्य गढ़ते हैं, किसान धरती से अन्न उपजाकर जीवन का आधार बनाते हैं, वैज्ञानिक नई खोजों से देश को आधुनिक बनाते हैं, मजदूर और कारीगर अपने पसीने से विकास की इमारत खड़ी करते हैं, और व्यापारी देश की अर्थव्यवस्था को गतिशील रखते हैं।
ज्ञान, संस्कृति और धर्म किसी एक समाज की संपत्ति नहीं, बल्कि पूरे भारत की साझी धरोहर हैं। हर वर्ग ने अपने तरीके से समाज में प्रकाश फैलाया है, इसलिए यह कहना कि केवल ब्राह्मण समाज ही ज्ञान और धर्म का प्रचार करता है, बाकी समाजों के योगदान को कम आंकने जैसा है। असल में, समाज तभी आगे बढ़ता है जब हर वर्ग को समान सम्मान, अवसर और पहचान मिले।