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अधर में लटकीं नियुक्तियां: अभ्यर्थियों की मांग; JPSC चेयरमैन नियुक्त करो या फांसी दो

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झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) के अभ्यर्थियों के सब्र का बांध अब टूट चुका है। अभ्यर्थियों ने एक वीडियो जारी कर कहा है कि ‘जेपीएससी चेयरमैन नियुक्त करो या फांसी दो’
वीडियो में सभी जेपीएससी के अभ्यर्थी अपने चेहरे को ढंककर या मास्क लगाकर सरकार से आग्रह कर रहे हैं और अपनी बात पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। रिजल्ट जारी नहीं होने से छात्र आत्महत्या जैसा कदम उठाने के लिए मजबूर हो गए हैं।

अधर में लटकी 1700 नियुक्तियां

छह महीनों से लोक सेवा आयोग बिना अध्यक्ष के काम कर रहा है, जिससे 1700 से अधिक नियुक्तियां अधर में लटकी हुई हैं। लाखों युवाओं के सपने इंतजार की धुंध में खोते जा रहे हैं। पढ़ाई, संघर्ष और परिवार की उम्मीदों का बोझ उठाए अभ्यर्थी अब निराश और हताश हो चुके हैं।

अभ्यर्थियों का कहना है कि उन्होंने सालों तक मेहनत की, परीक्षा दी, लेकिन सरकार उनकी तकलीफों को नहीं समझ रही है। बता दें 22 से 24 जून 2024 के बीच जेपीएससी मेंस परीक्षा हुई थी, लेकिन सात महीने बाद भी रिजल्ट जारी नहीं किया गया।

झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स एसोसिएशन के सचिव सत्यनरायण शुक्ला ने कहा कि 16 और 20 अगस्त 2024 को आयोग के बाहर सभी छात्र धरना प्रदर्शन किए थे। हमें आश्वासन दिया गया था कि जल्द ही जेपीएससी का चेयरमैन नियुक्त किया जाएगा और रिजल्ट जारी किया जाएगा, तब हमने धरना समाप्त किया था।

20 अगस्त को झारखंड लोक सेवा आयोग आयोग के बाहर धरने पर जेपीएससी के छात्र (फोटो- INP)

मेंस की परीक्षा संपन्न हुए पूरे सात महीने होने को हैं इस बीच हमने छह बार आंदोलन और धरने प्रदर्शन किए। 6 बार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलकर रिजल्ट जारी करने को लेकर ज्ञापन सौंपा, हाल ही में राज्यपाल संतोष गंगावर से मिलकर ज्ञापन सौंपा लेकिन उस ज्ञापन का कोई असर नहीं हुआ। अब तक परिणाम जारी नहीं किया गया है।

राज्यपाल संतोष गंगावर को ज्ञापन सौंपते छात्र (फोटो- INP)

22 साल में मात्र 13 परीक्षाएं आयोजित कराया जेपीएससी

जेपीएससी छात्र सह आंदोलन के सचिव सत्यनारायण शुक्ल का कहना है कि आयोग ने 22 सालों में मात्र 13 परीक्षाएं करवाई हैं, जबकि इसे हर साल परीक्षाएं आयोजित करनी चाहिए थीं।

6 महीने से खाली है चेयरमैन का पद

22 अगस्त 2024 को तत्कालीन चेयरमैन डॉ. नीलिमा केरकेट्टा के सेवानिवृत्त होने के बाद से यह पद खाली पड़ा है। अभ्यर्थियों ने इसके लिए कई बार धरना-प्रदर्शन किया, सरकार को अल्टीमेटम दिया, लेकिन सरकार की ओर से कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया। 18 फरवरी 2025 की कैबिनेट बैठक से बड़ी उम्मीदें थीं, लेकिन सरकार ने इस मुद्दे पर कोई फैसला नहीं लिया।

छात्रों ने हाल ही में जेपीएससी कार्यालय के समक्ष मुख्य गेट के सामने ब्रह्मभोज किया। इस ब्रह्मभोज में पंडित भी उपस्थित थे। उन्होंने पूरे विधि विधान के साथ पिंडदान की प्रक्रिया संपन्न कराई। आंदोलन के सचिव ने बताया कि जब जेपीएससी मर गया है, तो उसका श्राद्धकर्म करना पड़ा। इससे पूर्व छात्रों ने पूरे विधि-विधान से जेपीएससी गेट पर जेपीएससी का शव यात्रा निकाल कर सरकार का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने का प्रयास किया। बाकायदा छात्रों ने जेपीएससी के शव यात्रा के बाद छात्रों ने बाल मुंडन कराया था। लेकिन फिर भी सरकार नहीं जागी, तो अब अभ्यर्थियों ने एक वीडियो जारी कर कहा है कि या तो सरकार जेपीएससी के चेयरमैन नियुक्त करे या हमें फांसी दे दो। रिजल्ट जारी नहीं करने से छात्र आत्महत्या जैसा कदम उठाने के लिए मजबूर हो गए हैं।

आयोग के मेन गेट के बाहर श्राद्ध भोज में जेपीएससी व अन्य प्रतियोगी परीक्षा के छात्र। (फोटो- INP)

इन पदों का रिजल्ट है पेंडिंग

जेपीएससी चेयरमैन की नियुक्ति न होने से कई महत्वपूर्ण परीक्षाओं का रिजल्ट लटका हुआ है। बात सिर्फ 11वीं-13वीं सिविल सेवा परीक्षा के रिजल्ट की नहीं है, इसके अलावा दर्जनों परीक्षाओं का रिजल्ट अधर में लटका हुआ है।

इन पदों का रिजल्ट है पेंडिंग :

जेपीएससी ने जून 2024 में 11वीं से 13वीं सिविल सेवा परीक्षा के लिए 342 पदों पर परीक्षा आयोजित की थी। आयोग ने कहा था कि अगस्त 2024 में रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा, लेकिन अध्यक्ष न होने से यह प्रक्रिया अटक गई। प्रारंभिक परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थी फाइनल रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं, जबकि मेंस देने वाले इंटरव्यू की तारीख का इंतजार कर रहे हैं।

हाईकोर्ट भी दे चुका है सरकार को आदेश

झारखंड हाईकोर्ट ने भी सरकार को जल्द से जल्द जेपीएससी चेयरमैन की नियुक्ति करने का निर्देश दिया था। अदालत ने कहा था कि हजारों युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं किया जाना चाहिए।

जेपीएससी की पूर्व अध्यक्ष डॉ. नीलिमा केरकेट्टा ने भी कहा था कि रिजल्ट तैयार है, लेकिन इसे जारी करने के लिए आयोग के तीन सदस्यों की मंजूरी जरूरी होती है। अध्यक्ष न होने के कारण यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो पा रही है।

विपक्ष का हमला, सरकार की चुप्पी

जेपीएससी में चेयरमैन की नियुक्ति न होने को लेकर विपक्ष ने सरकार पर हमला बोला है। विपक्षी दलों का कहना है कि झारखंड सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। बेरोजगारी बढ़ती जा रही है, लेकिन सरकार कोई कदम नहीं उठा रही। भाजपा, आजसू व अन्य दलों ने सरकार से जल्द नियुक्ति करने की मांग की है। विपक्ष का कहना है कि यदि सरकार ने जल्द कोई निर्णय नहीं लिया, तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।

अधर में लटका युवाओं का भविष्य

सरकार की उदासीन रवैया से हजारों युवाओं का भविष्य अंधकार में चला गया है। सरकारी नौकरियों का सपना देखने वाले युवाओं के लिए हर दिन मुश्किल भरा हो रहा है। अब यह देखने वाली बात होगी कि सरकार कब तक इस मुद्दे पर निर्णय लेती है और कब तक जेपीएससी चेयरमैन की नियुक्ति होती है।

अभ्यर्थियों ने इस तरह प्रदर्शन कर जताया आक्रोश, देखिए तस्वीरें :

जेपीएससी का शव यात्रा निकालने के बाद तालाब के पास बाल मुंडन में शामिल अभ्यर्थी (फोटो-INP)

आयोग के मेन गेट के समक्ष जेपीएससी का श्राद्ध कार्यक्रम संपन्न कराते पंडित व अन्य (फोटो-INP)

चेहरे पर मास्क लगाकर अध्यक्ष की नियुक्ति या मौत की गुहार लगाते अभ्यर्थी ( फोटो- INP)

अध्यक्ष की नियुक्ति या मौत की गुहार लगाते अभ्यर्थी ( फोटो- INP)

चेहरे पर मास्क लगाकर अध्यक्ष की नियुक्ति या मौत की गुहार लगाते अभ्यर्थी ( फोटो- INP)

चेहरे पर मास्क लगाकर अध्यक्ष की नियुक्ति या मौत की गुहार लगाते अभ्यर्थी ( फोटो- INP)

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