कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार से वोटर अधिकार यात्रा के हासिल पर सवाल किया गया, तो उन्होंने इसके तीन हासिल गिनाए। इसके साथ ही उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव पर पड़ने वाले इसके असर पर भी जवाब दिया।
वोटर अधिकार यात्रा से 3 हासिल
कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने बिहार तक पर बातचीत के दौरान बताया इस यात्रा से कम से कम तीन हासिल हैं। पहला, बिहार के गांव-गांव में ये बात पहुंची है कि चुनावी मशीनरी में कोई दिक्कत है और वोट चोरी हो रहा है।
दूसरा, बतौर गठबंधन हमारे खिलाफ जो सोशल मीडिया और मीडिया पर तमाम तरह का नैरेटिव चलाया जाता था कि लड़ाई है, झगड़ा है। ऐसी कोई बात नहीं है। इंडिया ब्लॉक पूरी तरह से यूनाइटेड है।
तीसरा, एसआईआर का सवाल बिहार से जुड़ा हुआ सवाल है। ये बिहार में शुरू किए हैं। वोट चोरी के सवाल को जो गुमराह करने का जो अटेम्पट है इनका, उसको जनता ने अपने प्रजेंस से इनको कई तरह से सोचने से विवश किया है।
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वोटर अधिकार यात्रा से बिहार चुनाव पर कितना असर?
कन्हैया कुमार ने कहा, इस यात्रा से बिहार चुनाव पर कितना असर होगा, वो देखने वाली बात है। वो हमारा मूल उद्देश्य था भी नहीं। ये वोट चोरी का सवाल पैन इंडिया सवाल है।
वोट चोरी का मुद्दा, एसआईआर से जुड़ा हुआ है। और एसआईआर बिहार में ही हो रहा है। इसलिए यह यात्रा बिहार में निकाली है।
जानिए वोटर अधिकार यात्रा के बारे में
राहुल गांधी के नेतृत्व में वोटर अधिकार यात्रा ने 20 से ज्यादा जिलों के 1300 किलोमीटर का सफर तय किया। इसका उद्देश्य मतदाता सूची में हेरफेर को उजागर करते हुए चुनाव आयोग से स्वच्छ मतदाता सूची की मांग करना था।
यह यात्रा 17 अगस्त से बिहार के सासाराम से शुरू हुई थी। करीब 2 सप्ताह तक चली यह यात्रा 1 सितंबर को पटना के गांधी मैदान में सम्पन्न हुई।